1. 'कामायनी' का दर्शन कैसा है - प्रवृत्तिमार्गी या निवृत्तिमार्गी?
उत्तर - 'कामायनी' के दर्शन को प्रवृत्तिमार्गी कह सकते हैं। क्योंकि इसमें संसार को सत्य और सुन्दर मानते हुए श्रद्धा ने मनु को संसार में प्रवृत्त होने की प्रेरणा दी है।
"kamayani" ka darshan kaisa hai - pravittimargi ya nivrittimargi?
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