पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय
रायपुर (छत्तीसगढ़)
पाठ्यक्रम
एम. ए. - (हिंदी साहित्य) 2021-22
द्वितीय सेमेस्टर
(उत्तर मध्यकाल से आधुनिक काल तक)
पूर्णाक : 80
पाठ्य विषय :-
इकाई 1. - उत्तर मध्यकाल (रीतिकाल)
काल सीमा, नामकरण, प्रवित्तियाँ, रीतिकालीन साहित्य की विभिन्न धारायें (रीतिबद्ध, रीतिसिद्ध, रीतिमुक्त) प्रवृतियाँ एवं विशेषताएँ। रीतिकाल के प्रतिनिधि रचनाकार एवं रचनाएँ।
इकाई 2. आधुनिक काल - आधुनिक काल की सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि। सन 1857 की राज्य क्रान्ति एवं पुनर्जागरण, भारतेन्दु युग - प्रमुख साहित्यकार, साहित्य एवं साहित्यिक विशेषताएँ।
इकाई 3. द्वेदी युग - प्रमुख साहित्यकार एवं साहित्यिक विशेषताएँ, छायावाद-नामकरण और प्रवित्तियाँ, प्रमुख साहित्यकार, साहित्यिक विशेषताएँ।
छायावादोत्तर काल (विभिन्न प्रवित्तियाँ) प्रगतिवाद, नई कविता, नवगीतवाद तथा समकालीन कविता, स्वछंदतावाद सामान्य परिचय।
इकाई 4 हिंदी गद्य का विकास -
आधुनिक काल, गद्य साहित्य के विभिन्न रूपों का उद्भव और उपन्यास व कहानी का विकास और सामान्य प्रवित्तियाँ, निबंध का विकास और प्रवित्तीयाँ, नाटक का उद्भव और विकास - सामान्य प्रवित्तियाँ, गीति-नाटकों का परिचयात्मक विवेचन।
- वैकल्पिक प्रश्न / वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घउत्तरीय प्रश्न - 4-5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तके :-
- आधुनिक साहित्य की प्रवित्तियाँ - डॉ. नामवर सिंह
- हिंदी साहित्य बींसवीं शताब्दी - नन्दूलारे वाजपेयी
- आधुनिक हिंदी साहित्य का इतिहास - कृष्ण शंकर शुक्ल
- गद्य की विविध विधाएँ - डॉ. बापूराव देसाई
- हिंदी कहानी - उद्भव विकास - डॉ. सुरेश सिन्हा
- हिंदी उपन्यास की प्रवित्तियाँ - डॉ. शशि भूषण सिंह
- हिंदी नाटक उद्भव और विकास - डॉ. दशरथ ओझा
- हिंदी साहित्य का इतिहास - आचार्य रामचंद्र शुक्ल
- हिंदी साहित्य का उद्भव विकास - आचार्य हजारी प्रसाद द्वेदी
- हिंदी साहित्य की भूमिका - आचार्य हजारी प्रसाद द्वेदी।
(मध्यकालीन-काव्य)
पाठ्य विषय :- व्याख्या एवं विवेचन के लिए निम्नांकित तीन कवियों का अध्ययन किया जाएगा
इकाई 1. सूरदास - भ्रमरगीत सार - सम्पादक आचार्य रामचंद्र शुक्ल (50)
पद संख्या - 1 से 10, 21 से 30, 51 से 60, 61 से 70, 81 से 90 तक (50 पद)
इकाई 2. तुलसीदास - रामचरित मानस (सुंदरकांड) गीताप्रेस गोरखपुर
इकाई 3. बिहारी - बिहारी रत्नाकर सम्पादक जगन्नाथ दास रत्नाकर (प्रारम्भिक 100 दोहे)
इकाई 4. द्रुत पाठ हेतु निम्नांकित 5 कवियों एवं उनकी रचनाओं का (विषय एवं शिल्पगत) ज्ञान अपेक्षित है।
केशव, भूषण, पद्माकर, देव, घनानंद, कुम्भन दास
बाह्य परीक्षा - 80 अंक
- वैकल्पिक प्रश्न/वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - 4 - 5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तकें :-
- बिहारी - डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
- तुलसीदास और उनका युग संदर्भ - डॉ. भगीरथ मिश्र
- सूरदास के काव्य का मूल्यांकन - डॉ. रामरतन भटनागर
- तुलसी साहित्य के नए संदर्भ - डॉ. एल. एन. दुबे
- सूरदास - डॉ. हरबंस लाल वर्मा
- तुलसीदास - प्रो. सतीश कुमार अशोक प्रकाशन नई दिल्ली
- सूरदास - मैनेजर पांडेय
प्रश्न पत्र - सप्तम
(प्रयोगवादी एवं प्रगतिवादी काव्य)
पूर्णांक : 80
पाठय विषय :-
इकाई 1. स. ही. वात्स्यायन अज्ञेय - नदी के द्वीप, असाध्यवीणा, बावरा अहेरी, कलगी बाजरे की, यह दीप अकेला, सोन मछली
इकाई 2. गजानन माधव मुक्तिबोध - कविता - अँधेरे में।
इकाई 3. नागार्जुन - बसंत की आगवानी, कोई आए तुमसे सीखे, शिशिर विष कन्या, तो फिर क्या हुआ, उषा की लाली, गुलाबी चूड़ियाँ, शासन की बंदूक, सिंदूर तिलकित भाल, अकाल और उसके बाद, बादल को घिरते देखा।
इकाई 4. द्रुत पाठ हेतु निम्नांकित 5 कवियों का अध्ययन किया जाएगा।
केदारनाथ अग्रवाल, त्रिलोचन शास्त्री, भवानी प्रसाद मिश्र, विनोद कुमार शुक्ल, धूमिल
बाह्य परीक्षा - 80 अंक
- वैकल्पिक प्रश्न/वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - 4 - 5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तकें :-
- मुक्तिबोध की काव्य प्रक्रिया - अशोक चक्रधर
- अज्ञेय का रचना संसार - डॉ. रामस्वरूप चतुर्वेदी
- कविता की तीसरी आँख - डॉ. प्रभाकर श्रोत्रिय
- कविता से साक्षात्कार -मलयज
- हिंदी साहित्य का इतिहास - डॉ. रामचंद्र शुक्ल
- कविता की संगत - विजय कुमार
- कविता का अर्थात - परमानंद श्रीवास्तव
- नागार्जुन का रचना संसार - विजय बहादुर सिंह
- छायावादोत्तर काव्यों की विभिन्न प्रवित्तियों एवं उनका चैंतनिक पक्ष - डॉ. पांडेय
आधुनिक गद्य साहित्य
(उपन्यास, निबंध एवं कहानी)
पूर्णांक : 80
पाठ्य विषय :-
इकाई 1. उपन्यास -
- गोदान - प्रेमचंद
- बाणभट्ट की आत्मकथा हजारी प्रसाद द्वेदी।
- चढ़ती उमर - बालकृष्ण भट्ट
- कविता क्या है? - रामचंद्र शुक्ल
- गेहूँ बनाम गुलाब - रामवृक्ष बेनीपुरी
- तुम चंदन हम पानी - विद्यानिवास मिश्र
- वैष्ण्णव की फिसलन - हरिशंकर परसाई
इकाई 3. कहानी -
- उसने कहा था - चंद्रधर शर्मा गुलेरी
- पुरस्कार - जयशंकर प्रसाद
- ईदगाह - प्रेमचंद
- चीफ की दावत - भीष्म साहनी
- बादलों के घेरे - कृष्णा सोबती
बाह्य परीक्षा - 80 अंक
- वैकल्पिक प्रश्न/वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - 4 - 5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तकें :-
- प्रेमचंद और उनका युग - रामविलास शर्मा
- गोदान के अध्ययन की समस्याएं - डॉ. गोपाल राय
- कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु - चन्द्रभाव सोनवठी
- हिंदी उपन्यास की शिल्पविधि का विकास - सिद्धनाथ तनेजा
- हिंदी उपन्यास उद्भव और विकास - सुरेश सिन्हा
- प्रेमचंद : एक अध्ययन - राजेश्वर गुरु
- महादेवी प्रतिनिधि गद्य रचनाएं - सं. रामजी पांडेय
- हिंदी निबंध के आधार स्तम्भ - डॉ. हरिमोहन
- हिंदी कहानी : उद्भव और विकास - सुरेश सिन्हा
- कहानी : स्वरूप और संवेदना - राजेंद्र यादव
- कहानी : नयी कहानी - नामवर सिंह
- हजारी प्रसाद द्वेदी - सं. विश्वनाथ तिवारी
- प्रेमचंद का जीवनदर्शन एवं रंगभूमि - डॉ. शंकर बुंदेले
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