पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय
रायपुर (छत्तीसगढ़)
पाठ्यक्रम
एम. ए. - (हिंदी साहित्य) 2021-22
चतुर्थ सेमेस्टर
प्रश्न पत्र - पंचम
(हिंदी आलोचना तथा समीक्षा शास्त्र)
पूर्णाक : 80
पाठ्य विषय :-
इकाई 1. मनोविश्लेषण वाद, अस्तित्ववाद, अभिजात्यवाद, मार्क्सवाद, आधुनिक समीक्षा की विशिष्ट प्रवित्तियाँ, संरचनावाद, शैलीविज्ञान, उत्तर आधुनिकता।
इकाई 2. हिंदी कवि आचार्यों का काव्य शास्त्रीय चिंतन- लक्षण काव्य परम्परा - आचार्य रामचंद्र शुक्ल, आचार्य हजारी प्रसाद द्वेदी, आचार्य नंददुलारे वाजपेयी, डॉ. रामविलास शर्मा।
इकाई 3. आधुनिक हिंदी आलोचना की प्रमुख प्रवित्तियाँ- शास्त्रीय, ऐतिहासिक, मनोविश्लेषणवादी, सौंदर्य शास्त्रीय, शैली वैज्ञानिक।
इकाई 4. व्यवहारिक समीक्षा : काव्यांश की स्वविवेक के अनुसार व्याख्या।
बाह्य परीक्षा - 80 अंक
- वैकल्पिक प्रश्न/वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - 4 - 5 प्रश्न - 20 अंक
- डॉ. गोविन्द त्रिगुणायत - शास्त्रीय समीक्षा के सिद्धांत भाग 1 एवं 2
- डॉ. भगवत स्वरूप मिश्र - हिंदी आलोचना : उद्भव विकास
- डॉ. रामेश्वर खंडेलवाल - हिंदी आलोचना के आधार स्तम्भ
- डॉ. शिवकरण सिंह - आलोचना के बदलते मापदंड और हिंदी साहित्य
- डॉ. नंदकिशोर नवल - हिंदी आलोचना का विकास
- योगेंद्र शाही - अस्तित्ववाद कीर्कगार्द से कामू तक
- रणधीर सिन्हा - आलोचना रामविलास शर्मा
(हिंदी भाषा)
मध्यकालीन भारतीय आर्य भाषाएँ - पालि, प्राकृत, शौरसेनी, अर्धमागधी, मागधी, अपभ्रंश और उनकी विशेषताएँ।
आधुनिक भारतीय भाषाएँ और उनका वर्गीकरण।
इकाई 3. हिंदी के विविध रूप - सम्पर्क भाषा, राष्ट्रभाषा, राजभाषा के रूप में हिंदी, माध्यम भाषा, संचार भाषा,
इकाई 4. हिंदी में कम्प्यूटर सुविधाएँ - आंकड़ा संसाधन और शब्द संसाधन, वर्तनी शोधक, मशीनी अनुवाद, हिंदी भाष शिक्षण। देवनागरी लिपि : विशेषताएँ और मानकीकरण।
बाह्य परीक्षा - 80 अंक
- वैकल्पिक प्रश्न/वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - 4 - 5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तकें :-
- हिंदी भाषा का संक्षिप्त इतिहास - भोलानाथ तिवारी
- हिंदी और उसकी विविध बोलियां - प्रो. दीपचंद जैन
- भाषा भूगोल - कैलाशचंद भटिया हिंदी समिति उ. प्र. शासन लखनऊ
- हिंदी भाषा की रूप संरचना - भोलानाथ तिवारी
- राष्ट्रभाषा हिंदी समस्याएँ और समाधान - देवेन्द्रनाथ शर्मा
- नागरी लिपि और हिंदी अनंत चौधरी
- सामान्य भाषा विज्ञान - डॉ. बाबूराम सक्सेना
- भाषा विज्ञान - डॉ. भोलानाथ तिवारी
प्रश्न पत्र - सप्तम
(मीडिया-लेखन एवं अनुवाद)
पूर्णांक : 80
पाठय विषय :-
इकाई - 1 मीडिया लेखन
जनसंचार : प्रौद्योगिकी एवं चुनौतियाँ,
विभिन्न जनसंचार माध्यमों का स्वरूप-मुद्रण, श्रवण, दृश्य-श्रव्य, इंटरनेट,
इकाई - 2. दृश्य-श्रव्य माध्यम (फिल्म, टेलीविजन एवं रेडियो),
दृश्य-माध्यमों में भाषा की प्रकृति,
दृश्य एवं श्रव्य सामग्री का सामंजस्य,
पाशर्व वाचन (वॉइस ओवर) पटकथा-लेखन,
टेली-ड्रामा,
संवाद-लेखन,
साहित्य की विधाओं का दृश्य माध्यमों में रूपांतरण,
विज्ञापन की भाषा।
इकाई - 3 अनुवाद - सिद्धांत एवं व्यवहार
अनुवाद का स्वरूप, क्षेत्र, प्रक्रिया एवं प्रविधि। हिंदी की प्रयोजनीयता में अनुवाद की भूमिका। कार्यालयीन हिंदी और अनुवाद, जनसंचार माध्यमों का अनुवाद, विज्ञापन में अनुवाद, वैचारिक साहित्य का अनुवाद, वाणिज्यिक अनुवाद, वैज्ञानिक तकनीकी तथा प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में अनुवाद, विधि साहित्य की हिंदी और अनुवाद।
इकाई - 4 व्यावहारिक अनुवाद अभ्यास, कार्यालयीन अनुवाद, कार्यालयीन एवं प्रशासनिक शब्दावली, प्रशासनिक प्रयुक्तियाँ, पदनाम, विभाग आदि पत्रों के अनुवाद, पदनामों-अनुभागों-दस्तावेजों-प्रतिवेदनों के अनुवाद, साहित्यिक अनुवाद के सिद्धांत एवं व्यवहार-कविता, कहानी, नाटक, सारानुवाद, दुभाषिया-प्रविधि।
बाह्य परीक्षा - 80 अंक
- वैकल्पिक प्रश्न/वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - 4 - 5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तकें :-
- जनसंचार माध्यमों में हिंदी - डॉ. चंद्रकुमार (क्लासिकल पब्लिक कम्पनी)
- जनमाध्यम एवं पत्रकारिता - प्रवीण दीक्षित (सहयोगी साहित्य संस्थान)
- पत्रकारिता का इतिहास एवं जनसंचार माध्यम - डॉ. संजीव भागवत (उ. प्र.जयपुर)
- पत्रकारिता के विविध आयाम - वेदप्रताप वैदिक
- दूरदर्शन : हिंदी के प्रयोजनमूलक विविध प्रयोग : डॉ. कृष्णकुमार रत्तू (मीनाक्षी प्रकाशन, जयपुर)
- जनमाध्यम एवं पत्रकारिता - परवीन दीक्षित (सहयोगी साहित्य संस्थान)
- अनुवाद के सिद्धांत - सुरेश कुमार
- अनुवाद सिद्धांत की रुपरेखा - सुरेश कुमार
- अनुवाद - बोध - डॉ. गार्गी गुप्त (भारतीय अनुवाद परिषद दिल्ली)
जनपदीय भाषा और साहित्य (छत्तीसगढ़ी)
पूर्णांक : 80
पाठ्य विषय :-
इकाई - 1 छत्तीसगढ़ी भाषा-भौगोलिक सीमा, नामकरण, भाषिक स्वरूप एवं व्याकरणिक विशेषताएँ।
इकाई - 2 छत्तीसगढ़ी साहित्य की युग प्रवित्तियाँ एवं इतिहास।
इकाई - 3 छत्तीसगढ़ी कविता एवं कवि -
- सुंदरलाल शर्मा
- मुकुटधर पाण्डेय
- हरि ठाकुर
- डॉ. नरेंद्र देव वर्मा
- करमछड़हा (नाटक) - डॉ. खूबचंद बघेल
- आवा (उपन्यास) - परदेशीराम वर्मा
- लखन लाल गुप्त
- लक्ष्मण मस्तुरिहा
- केयूर भूषण
- मुकुंद कौशल
- लोचन प्रसाद पाण्डेय
- लाला जगलपुरी
- पवन दीवान
- कोदूराम दलित
बाह्य परीक्षा - 80 अंक
- वैकल्पिक प्रश्न/वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - 4 - 5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तकें :-
- छत्तीसगढ़ी भाषा का उद्विकास - डॉ. नरेंद्र देव वर्मा
- छत्तीसगढ़ी, जलबी, भतरी भाषाओँ का भाषा वैज्ञानिक अध्ययन - भालचंद्र राव तैलंग
- छत्तीसगढ़ी परिचय - डॉ. बलदेव मिश्र
- छत्तीसगढ़ी लोकसाहित्य का अध्ययन - दयाशंकर शुक्ल
- छत्तीसगढ़ी लोकजीवन और लोकसाहित्य का अध्ययन - डॉ. शकुंतला वर्मा
- छत्तीसगढ़ी भाषा का शास्त्रीय अध्ययन - डॉ. शंकर शेष
- प्राचीन छत्तीसगढ़ी बोली - प्यारेलाल गुप्त
- छत्तीसगढ़ी लोकसाहित्य और भाषा - डॉ. बिहारीलाल साहू
- छत्तीसगढ़ी भाषा और साहित्य - डॉ. सत्यभामा आडिल
- छत्तीसगढ़ के साहित्यकार - देवीप्रसाद वर्मा
- मानक छत्तीसगढ़ी व्याकरण - चंद्रकुमार चंद्राकर
- छत्तीसगढ़ी लोकसाहित्य : अर्थ और व्याप्ति - डॉ. अनसूया अग्रवाल
- छत्तीसगढ़ी लोकोक्तियाँ और जनजीवन - डॉ. अनसूया अग्रवाल
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