पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय
रायपुर (छत्तीसगढ़)
पाठ्यक्रम
एम. ए. - (हिंदी साहित्य) 2021-22
प्रथम सेमेस्टर
आदिकाल एवं पूर्व मध्यकाल
पूर्णाक : 80
पाठ्य विषय :-
इकाई-1 आदिकाल - इतिहास दर्शन और साहित्येतिहास
हिंदी साहित्य के इतिहास लेखन की परम्परा, साहित्येतिहास के पुनर्लेखन की समस्याएं।
हिंदी साहित्य के इतिहास का काल-विभाजन और नामकरण, नामकरण की समस्याएँ।
इकाई - 2. हिंदी साहित्य के आदिकाल की पृष्ठभूमि, वीररगाथाकाल तथा रासो काव्य,
सिद्ध नाथ एवं जैन साहित्य, साहित्यिक प्रवित्तियाँ, काव्य धाराएँ, प्रतिनिधि रचनाकार।
इकाई -3. पूर्व मध्यकाल (भक्ति काल),
सांस्कृतिक चेतना एवं भक्ति-आंदोलन, भक्ति काल की प्रमुख प्रवित्तियाँ,
काव्य-धाराएँ - निर्गुण, सगुण भक्ति धारा, संत काव्य सामान्य प्रवित्तियाँ।
इकाई -4. सूफी प्रेमाख्यानक काव्य - प्रवित्तियाँ, प्रेमाख्यानक परम्परा और हिंदी में उसका विकास।
रामभक्ति काव्य, कृष्ण भक्ति काव्य, सामान्य प्रवित्तियाँ और दार्शनिक विचार धाराएँ, उपलब्धियाँ।
इकाई-1. इतिहास दर्शन और साहित्येतिहास अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
इकाई-2. हिंदी साहित्य के आदिकाल की पृष्ठभूमि अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
- वैकल्पिक प्रश्न / वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घउत्तरीय प्रश्न - 4-5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तकें :-
1. हिंदी साहित्य का इतिहास (संशोधित - आचार्य रामचंद्र शुक्ल)
2. हिंदी साहित्य का आदिकाल - हजारी प्रसाद द्वेदी
3. हिन्दी साहित्य का इतिहास (नेशनल पब्लिशिंग हाऊस, दिल्ली) - डॉ. नगेन्द्र।
4. आदिकालीन हिंदी साहित्य (वाराणसी विश्वविद्यालय प्रकाशन) - डॉ. शम्भूनाथ पाण्डेय
5. आदिकालीन हिंदी सांस्कृतिक पीठिका (हिंदी ग्रंथ अकादमी) - डॉ. राममूर्ती त्रिपाठी
6. हिंदी साहित्य का इतिहास - डॉ. बच्चन सिंह।
(प्राचीन एवं मध्यकालीन काव्य)
व्याख्या एवं विवेचना के लिए निम्नांकित तीन कवियों का अध्ययन अपेक्षित है
इकाई 1. चंदबरदाई : पृथ्वीराज रासो, सम्पादक आचार्य हजारी द्वेदी, डॉ. नामवर सिंह (शशिवृता विवाह खंड)
इकाई 2. कबीर ग्रंथावली : सम्पादक डॉ. श्याम सुन्दर दास (100 साखियाँ तथा 25 पद)
पद क्रमांक - 11, 16, 24, 26, 27, 40, 45, 49, 60, 64, 70, 72, 75, 79, 89, 93, 99, 100, 101, 103, 110, 111, 135, 268
सखियाँ - गुरुदेव कौ अंग 1 से 20, सुमिरण कौ अंग 1 से 10, विरह कौ अंग 1 से 10, ज्ञान विरह कौ अंग 1 से 10, चितावणी कौ अंग 1 से 10, माया कौ अंग 1 से 5, परचा कौ अंग 1 से 10
इकाई 3. मलिक मोहम्मद जायसी : पद्मावत सम्पादक आ. रामचंद्र शुक्ल (नागमति विरह खण्ड एवं सिंहल दीपखंड)
इकाई 4. द्रुत पाठ हेतु निम्नांकित 6 कवियों का एवं रचनाओं का अध्ययन अनिवार्य है, इन कवियों पर लघुउत्तरी प्रश्न पूछे जायेंगे - अमीर खुसरो, विद्यापति, मीराबाई, रहीम, रैदास, रसखान।
बाह्य परीक्षा - 80 अंक
- वैकल्पिक प्रश्न / वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घउत्तरीय प्रश्न - 4-5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तकें :-
1. डॉ. विपिन बिहारी द्वेदी - चंदरबरदाई
2. कबीर की विचारधारा - डॉ. गोविन्द त्रिगुणायन
3. प्रमुख प्राचीन कवि - डॉ. द्वारिका प्रसाद सक्सेना
4. कबीर साहित्य की परख - परशुराम चतुर्वेदी
5. जायसी की विशिष्ट शब्दावली - डॉ. इंदिरा कुमारी सिंह का विश्लेषणात्मक अध्ययन
6. मलिक मुहम्मद जायसी और उनका काव्य - डॉ. शिवसहाय पाठक
7. अमीर खुसरो और उनका साहित्य - डॉ. भोलानाथ तिवारी
8. कबीर
Important link
- चंदरबरदायी : पृथ्वीराज रासो (पद्मावती समय) से जुड़े एक अंक के सारे प्रश्न उत्तर के लिंक
- कबीर ग्रंथावली एक अंक के सारे प्रश्न उत्तर
- मलिक मुहम्मद जायसी : पद्मावत के एक अंक वाले प्रश्नों के लिंक
- Other chapters link coming soon.
(छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य)
विषय :-
पाठ्य विषय :- व्याख्या एवं विवेचन के लिए निम्नांकित तीन कवियों का अध्ययन अपेक्षित है।
इकाई 1. मैथलीशरण गुप्त - साकेत नवम सर्ग
इकाई 2. जयशंकर प्रसाद - कामायनी (चिंता, श्रद्धा,इड़ा सर्ग)
इकाई 3. सूर्यकांत त्रिपाठी निराला - राम की शक्ति पूजा, तुलसीदास (प्रथम 10 छंद)
इकाई 4. द्रुत पाठ हेतु निम्नांकित 6 कवियों का अध्ययन किया जाएगा।
अयोध्या सिंह उपाध्याय - "हरिऔध", हरिवंशराय बच्चन, मुकुटधर पांडेय, जगन्नाथ दास रत्नाकार, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा।
बाह्य परीक्षा - 80 अंक
- वैकल्पिक प्रश्न / वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घउत्तरीय प्रश्न - 4-5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तकें :-
1. साकेत एक अध्ययन - डॉ. नगेंद्र
2. कवि निराला - आचार्य नंद दुलारे वाजपेयी
3. निराला की साहित्य साधना - डॉ. रामविलास शर्मा
4. नया साहित्य नए साधन - आचार्य नंद दुलारे वाजपेयी
5. कामायनी एक पुनर्विचार - मुक्तबोध
6. प्रसाद का काव्य - प्रेमशंकर
7. हिंदी साहित्य आधुनिक परिदृश्य - अज्ञेय
8. हिंदी साहित्य का इतिहास - नगेन्द्र
9. बच्चन की कविताओं का शैलीवैज्ञानिक अध्ययन - डॉ. शिला शर्मा
Important link
- साकेत छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य एक अंक वाले प्रश्न
- जयशंकर प्रसाद - कामायनी (चिंता, श्रद्धा, इड़ा सर्ग) एक अंक वाले सभी प्रश्न का लिंक
- राम की शक्ति पूजा, तुलसीदास प्रथम 10 छंद से एक अंक वाले प्रश्न उत्तरों के लिंक
द्रुत पाठ के कवि
- हरिवंशराय बच्चन : छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य प्रश्न उत्तर
- अयोध्या सिंह उपाध्याय : छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य प्रश्न उत्तर
- मुकुटधर पांडेय : छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य प्रश्न उत्तर
- जगन्नाथ दास रत्नाकर : छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य प्रश्न उत्तर
- सुमित्रानन्दन पन्त : छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य प्रश्न उत्तर
- महादेवी वर्मा : छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य प्रश्न उत्तर
प्रश्न पत्र - चतुर्थ
आधुनिक गद्य साहित्य
पाठ्य विषय :-
पूर्णांक : 80
इकाई 1. नाटक
- चन्द्रगुप्त - जयशंकर प्रसाद
- हानूश - भीष्म साहनी
- दीपदान - रामकुमार वर्मा
- एक दिन - लक्ष्मीनारायण मिश्र
- रीढ़ की हड्डी - जगदीश चंद्र माथुर
- तौलिए - उपेन्द्रनाथ अश्क
- मम्मी ठकुराइन - लक्ष्मीनारायण लाल
इकाई 3. रेखाचित्र (साहित्य) - अतीत के चलचित्र (महादेवी वर्मा)
बाह्य परीक्षा - 80 अंक
- वैकल्पिक प्रश्न / वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 20 प्रश्न - 20 अंक
- अतिलघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 16 अंक
- लघुउत्तरीय प्रश्न - 08 प्रश्न - 24 अंक
- दीर्घउत्तरीय प्रश्न - 4 - 5 प्रश्न - 20 अंक
आंतरिक मूल्यांकन - 20 अंक
निर्धारित पुस्तकें :-
- हिंदी नाटक उद्भव और विकास - डॉ. दशरथ ओझा
- हिंदी नाटक सिद्धांत और विवेचन - डॉ. गिरीश रस्तोगी
- हिंदी नाटक पुनर्मूल्यांकन - डॉ. सत्येंद्र तनेजा
- समसामयिक हिंदी नाटकों में चरित्र सृष्टि - डॉ. जयदेव तनेजा
- प्रसाद नाटकों का शास्त्रीय अध्ययन - जगन्नाथ प्रसाद शर्मा
- आधुनिक हिंदी नाटक - नगेन्द्र
- नाटक रंगमंच और मोहन राकेश - डॉ. सुरेंद्र यादव
- प्रसाद युगीन हिंदी नाटक - डॉ. भगवती प्रसाद शुक्ल
- प्रसाद के नाटक एवं नाट्य शिल्प - डॉ. शान्ति स्वरूप गुप्त
- नाटककार मोहन राकेश - डॉ. सुन्दर लाल कथूरिया
- एकांकी : उद्भव और विकास - रामचरण महेंद्र
- हिंदी रंगमंच : दशा और दिशा - जयदेव तनेजा
- भीष्म साहनी के उपन्यास और नाटक - डॉ. राकेश कुमार तिवारी
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