'खुल गए छंद के बंध' किसकी पंक्ति है?

 (1) 'खुल गए छंद के बंध' किसकी पंक्ति है?

उत्तर - उपर्युक्त पंक्ति सुमित्रानंदन की है जो कि युगवाणी से ली गयी है। 

'Khul gaye chhand ke bandh' kisaki pankti hai?

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