1. पुरस्कार कहानी से हमें क्या संदेश मिलता है
उत्तर - यदि आपका प्रश्न यही है तो आप सही जगह आये हैं मैं अपनी निजी अनुभवों और कहानी के आधार पर बताने की कोशिश करूंगा।
कहानी में दो मुख्य पात्र हैं एक मधुलिका जो कि कौशल प्रदेश की राजकुमारी नही है बल्कि सामान्य कन्या है जिसके खेत को राजा द्वारा खेती के लिए चुना जाता है।
राजा के द्वारा खेत का मूल्य देने पर वह किसी भी मूल्य में खेत को देने के लिए राजी नहीं होती है। यह उसके स्वभिमान को दरसाता है।
पूर्वजों के धरोहर को संजों कर रखने का संदेश हमें यहां से मिलता है।
कहानी में आगे हम देखते हैं कि मधुलिका को मगध के एक राजकुमार से प्रेम हो जाता है वह उस पर सर्वस्व लूटा देना चाहती है लेकिन उसके लिए राजधर्म श्रेष्ठ होता है।
मगध का राजकुमार अरुण कौशल पर आक्रमण करना चाहता है लेकिन मधुलिका उसे ऐसा करने से रोकने के लिए अपने देश प्रेम के कारण मजबूर हो जाती है।
वह उसके सारे राज अपने देश के सिपाहियों को बता देती है और जब राजा के द्वारा इनाम देने की बात सामने आती है तो वह पुरस्कार स्वरूप मृत्यु दंड मांगती है।
क्योंकि उसे लगता है कि उसने अरुण के साथ गलत किया है चुकी अरुण को कौशल पर आक्रमण करने के जुर्म में मृत्यु दंड दिया गया था।
इसलिए वह भी अपने प्रेम के प्रति समर्पित हो जाना चाहती है।
इस कहानी से हमें यही सिख मिलती है कि परिस्थियां चाहे कैसी भी हों हमें अपने देश तथा देशवासियों के साथ हमेशा खड़ा रहना चाहिए।
सबसे पहले देश प्रेम उसके बाद निज प्रेम यही संदेश हमें यह कहानी देना चाहती है।
Puraskar kahani se hame kya sandesh milta hai.
Post a Comment