नारी तुम केवल श्रद्धा हो पंक्ति किस कवि की है?

 1. 'नारी तुम केवल श्रद्धा हो' पंक्ति किस कवि की है?

उत्तर - 'नारी तुम केवल  श्रद्धा हो' पंक्ति जयशंकर प्रसाद की है। 

'Nari tum kewal shraddha ho' kis kavi ki hai?

'Nari tum kewal shraddha ho' pankti jayshankar prsad ki hai.

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