"भावों का उत्कर्ष दिखाने और वस्तुओं के रूप, गुण और क्रिया का अधिक तीव्र अनुभव कराने में कभी-कभी सहायक होने वाली उक्ति अलंकार है।" यह कथन किसका है?

1. "भावों का उत्कर्ष दिखाने और वस्तुओं के रूप, गुण और क्रिया का अधिक तीव्र अनुभव कराने में कभी-कभी सहायक होने वाली उक्ति अलंकार है।" यह कथन किसका है?

उत्तर - यह उपर्युक्त कथन आचार्य रामचंद्र शुक्ल का है। 

 Bhavon ka utkarsh dikhane aur vastuo ke rup, gun aur kriya ka adhik tivra anubhav karane me kabhi-kabhi sahayak hone wali ukti alnkar hai. yah kathan kiska hai?

Yah uparyukta kathan acharya ramchandra shukla ka hai.

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