टी. एस. इलियट ने आरम्भ में कवि की निर्वैक्तिक प्रज्ञा के विषय में कैसे रहे?

1. टी. एस. इलियट ने आरम्भ में कवि की निर्वैक्तिक प्रज्ञा के विषय में कैसे रहे?

उत्तर - टी. एस. इलियट ने आरम्भ में कवि की निर्वैक्तिक प्रज्ञा के विषय में अत्यंत आग्रहपूर्ण रहे। 

T. S. Eliot ne aarambh me kavi ki niravaiktik pragya ke vishay me kaise rahe?

Atyant aagrahpurna rahe.

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