पुरस्कार कहानी की मूल संवेदना क्या है?

 1. पुरस्कार कहानी की मूल संवेदना क्या है?

उत्तर - पुरस्कार कहानी जयशंकर प्रसाद के द्वारा लिखी गयी सर्वोत्तम कहानियों में से एक है।

वैसे तो पुरस्कार कहानी में राष्ट्र प्रेम को अधिक महत्व दिया गया है।

जो इसकी नायिका है वह अपने निजी प्रेम को पीछे रखकर देशप्रेम को महत्व देती है।

अपने पूर्वजों के जमीन को वह राजा को नहीं देना चाहती लेकिन राजकीय नियमों को वह तोड़ना भी नही चाहती है।

मधुलिका मगध के राजकुमार अरुण से प्रेम करती है और पुरस्कार को जब ग्रहण करने की बारी आती है तब वह उसे भी पीछे कर देती है।

इस बात से मुझे लगता है कि पुरस्कार कहानी की मूल संवेदना यही है कि राष्ट्र प्रेम हर किसी के लिए सबसे पहले होना चाहिए उसके बाद निज प्रेम होना चाहिए।

इस मूल संवेदना को प्रस्तुत करने में जयशंकर प्रसाद पूर्ण रूप से सफल हुए हैं।

Puraskar kahani ki mool samvedna kha hai?

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