"पत्रकारिता को मैं रणभूमि से भी अधिक बड़ी चीज समझता हूँ। " यह किस विद्वान् का मत है?

1. "पत्रकारिता को मैं रणभूमि से भी अधिक बड़ी चीज समझता हूँ। " यह किस विद्वान् का मत है?

उत्तर - उपर्युक्त मत जॉस मैक्डोनल का है। 

"Patrakarita ko mai ranbhumi se bhi adhik badi chij samajhata hu." yah kis vidvan ka mat hai?

Jos maicdonal.

Related Posts

Post a Comment