सम्पादकीय लेख की भावना कैसी होनी चाहिए?

1. सम्पादकीय लेख की भावना कैसी होनी चाहिए?

उत्तर - सम्पादकीय लेख की भावना जनरूचि को परिष्कृत करने की होनी चाहिए। 

Sampadkiya lekh ki bhavna kaisi honi chahiye?

Janruchi ko parishkrit karne ki.

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