शास्त्रों के अनुसार मनुष्य को ब्रम्ह्चर्योपासना, तपस्या, पूजा अर्थात अध्यात्म-चिंतन कहाँ करना चाहिए?

1. शास्त्रों के अनुसार मनुष्य को ब्रम्ह्चर्योपासना, तपस्या, पूजा अर्थात अध्यात्म-चिंतन कहाँ करना चाहिए?

उत्तर - शास्त्रों के अनुसार मनुष्य को ब्रम्ह्चर्योपासना, तपस्या, पूजा अर्थात अध्यात्म-चिंतन एकांत में करना चाहिए। 

Sastron ke anusar manushya ko bramhachryopasna, tapasya, poojaa arthat adhyatma-chintan kaha karna chahiye?

Ekant me.

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