9. संत मत का प्रवर्तक किसे माना जाता है?
उत्तर - संत मत का प्रवर्तक संत कबीर दास को माना जाता है।
Sant mat ka pravartak kise mana jata hai?
प्राचीन एवं मध्यकालीन काव्य
इकाई 2. - कबीर ग्रंथावली
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
- कबीर किस काल के कवि हैं?
- कबीर किस काव्यधारा के कवि माने जाते हैं?
- 'बीजक' किसकी रचनाओं का संग्रह है?
- कबीर की रचनाओं में उपस्थित किन्हीं तीन छंदों के नाम लिखिए?
- कबीर के गुरु का नाम क्या था?
- कबीर का पालन-पोषण किसके घर हुआ था?
- कबीर काव्य में कौन-सी धारा पायी जाती है?
- क्या कबीर पुराणपंथी थे?
- संत मत का प्रवर्तक किसे माना जाता है?
- 'मसि कागद छुओ नहीं कलम गही नहिं हाथ' यह पंक्ति किस कवि की है?
- कबीर को वाणी का डिक्टेटर किस आलोचक ने कहा है?
- कबीर की साधना किस प्रकार की थी?
- कबीर की मृत्यु कहाँ हुई थी?
- वीरगाथा काल की समाप्ति पर मध्यकाल का आरम्भ किस कवि से माना जाता है?
- कबीर का दार्शनिक चिंतन किस प्रकार का है?
- कबीर की मृत्यु कहाँ हुई थी?
- कबीर की रचनाओं के संकलन का क्या नाम है?
- निर्गुण ज्ञानमार्गी शाखा के प्रतिनिधि कवि कौन हैं?
- कबीर के काव्य की भाषा कौन-सी है?
- किस कवि को 'पुष्टिमार्ग का जहाज' कहा जाता है?
इकाई-2. का हमारा अति लघु उत्तरीय प्रश्न समाप्त होता है। पिछले अध्याय के अति लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर के लिए यहां निचे दिए लिंक पर क्लिक करें और पहुँचे -
इकाई-1. चंदबरदायी : पृथ्वीराज रासो (पद्मावती समय) अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
इकाई-2. कबीर ग्रंथावली - अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
इकाई-3. मलिक मोहम्मद जायसी : पद्मावत अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
इकाई-4. द्रुतपाठ के कवि Not Available
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