मैं कहता हौं आँखिन देखी, तू कहता कागद की लेखी

 1. 'मैं कहता हौं आँखिन देखी, तू कहता कागद की लेखी' इस काव्य पंक्ति का आशय क्या है?

उत्तर - उपर्युक्त पंक्ति का आशय है कि स्वानुभव शास्त्रीय ज्ञान से बड़ा है।

Mai kahata hain aankhin dekhi, tu kahata kagad ki lekhi is kavya pankti ka aashay kya hai?

Related Posts

Post a Comment