प्रारूपण लेखन क्या है? स्पष्ट करते हुए इसके विभिन्न प्रकारों को स्पष्ट कीजिये।

1. प्रारूपण लेखन क्या है? स्पष्ट करते हुए इसके विभिन्न प्रकारों को स्पष्ट कीजिये। 

उत्तर - प्रारूपण लेखन - हिंदी में प्रारूपण लेखन को मसौदा आलेखन, प्रारूपण, प्रलेखन आदि के नाम से जाना जाता है। यह शब्द अंग्रेजी का ड्राफ्टिंग शब्द का पर्याय है। कार्यालयों में आवती पर टिप्पणी कार्य समाप्त होने के बाद कार्यालयी पत्रोत्तर का जो मसौदा तैयार किया जाता है, उसे 'प्रारूपण' कहते हैं। 

प्रारूपण के मुख्य उद्देश्य - कार्य को उत्तम ढंग से सम्पन्नता के लिए व्यवस्थित और श्रेष्ठ प्रारूप तैयार करना। 

सुविधा की दृष्टी से प्रारूपण या मसौदा- लेखन को दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है-

  1. प्रारम्भिक प्रारूपण 
  2. उच्चतर प्रारूपण 
1. प्रारम्भिक प्रारूपण - प्रारूपण में आवेदन - पत्र, स्मरण पत्र, अंतरिम उत्तर, पृष्ठांकन, दौरा कार्यक्रम, अर्ध सरकारी पत्र कार्यालय आदेश आदि हैं। 

2. उच्चतर प्रारूपण -  इस प्रारूपण में कार्यालय ज्ञापन, अधिसुचना , संकल्प प्रेस विज्ञप्ति आदि सम्मिलित हैं। 

प्रारूपण के प्रमुख प्रकार - सरकारी और अर्धसरकारी कार्यालयों में अनेक प्रकार के कार्य सम्पन्न होते हैं। इसलिए प्रारूपण में विविधता होना अनिवार्य है। इसको 'मुख्यतः ' निम्नलिखित शीर्षको में देख सकते हैं -

  1. अधिसूचना 
  2. अनुस्मारक 
  3. अर्ध-सरकारी पत्र 
  4. आर्डर 
  5. कार्यालय समतिपत्र 
  6. तार 
  7. परिपत्र 
  8. प्रस्ताव 
  9. शासनादेश 
  10.  सूचना 
1. अधिसूचना (Notification) - किसी भी सरकारी या अर्धसरकारी संस्था या कार्यालय द्वारा जारी किया जाने वाला सुचना होता है। 

2. अनुस्मारक (Reminder) - अनुस्मारक किसी कार्य की स्थिति बताने के लिए जारी किया जाता है। 

3. अर्ध-सरकारी पत्र (D. O. L.) - अर्ध-सरकारी कार्यालयों द्वारा लिखा जाने वाला पत्र। 

4. आर्डर (Order) - किसी भी प्रकार के आदेश जारी करने के लिए किसी काम को करने के लिए लिखा जाने वाला पत्र। 

5. सूचना (Notice) - किसी प्रकार सरकारी कामकाज या निजी कार्य की सुचना के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। 

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Prarupan lekhan kya hai? spashta karte huye iske vibhinna prkaro ko spashta kijiye?

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