'औचित्यं रससिद्धस्य स्थिरं काव्यस्य जीवितम' यह कथन किस आचार्य का है?

1. 'औचित्यं रससिद्धस्य स्थिरं काव्यस्य जीवितम' यह कथन किस आचार्य का है?

उत्तर - 'औचित्यं रससिद्धस्य स्थिरं काव्यस्य जीवितम' यह कथन आचार्य क्षेमेन्द्र का है। 

'Auchitya rassiddhasya sthiram kavyasya jivitam' yah kathan kis aacharya ka hai?

Kshemendra.

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