'न कान्तमपि निर्मूषं विभाति वनितामुखम' किस आचार्य का कथन है?

1. 'न कान्तमपि निर्मूषं विभाति वनितामुखम' किस आचार्य का कथन है?

उत्तर - 'न कान्तमपि निर्मूषं विभाति वनितामुखम' आचार्य भामह का कथन है। 

Na kantampi nirmusham vibhati vanitamukham kis aacharya ka kathan hai?

Bhamah.

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