द्रुतपाठ के कवि हरिवंशराय बच्चन : छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य प्रश्न उत्तर

 4. द्रुतपाठ के कवि : छायावाद एवं पूर्ववर्ती काव्य

1. हरिवंशराय बच्चन 

1. हरिवंशराय "बच्चन" का जीवन-परिचय प्रस्तुत करें। 

उत्तर - हरिवंश राय "बच्चन" (27 नवंबर, 1907 - 18 जनवरी, 2003) हिंदी भाषा के एक कवि और लेखक थे। 'हालावाद' के प्रवर्तक बच्चन जी हिंदी कविता के उत्तर छायावाद काल के प्रमुख कवियों में से एक हैं। उनकी सबसे प्रसिद्ध कृति मधुशाला है। भारतीय फिल्म उद्योग के प्रख्यात अभिनेता अमिताभ बच्चन उनके सुपुत्र हैं। 

            उन्होंने इलाहाबाद विश्विद्यालय में अध्यापन किया। बाद में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में हिंदी विशेषज्ञ रहे। अंनतर राज्य सभा के मनोनीत सदस्य। बच्चन जी की गिनती हिंदी के सर्वाधिक लोकप्रिय कवियों में होती होती है। 

            बच्चन का जन्म 27 नवंबर, 1907 को इलाहाबाद से सटे प्रतापगढ़ जिले के एक छोटे से गाँव बाबूपट्टी में एक कायस्थ परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम प्रताप नारायण श्रीवास्तव तथा माता का नाम सरस्वती देवी था। इनको बालयकाल में 'बच्चन' कहा जाता था जिसका शाब्दिक अर्थ 'बच्चा' या संतान होता है। बाद में ये इसी नाम से मशहूर हुए। इन्होंने कायस्थ पाठशाला में पहले उर्दू की शिक्षा ली जो उस समय कानून की डिग्री के लिए पहला कदम माना जाता था। उन्होंने प्रयाग विश्विद्यालय से अंग्रेजी में एम्. ए. और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य के विख्यात कवि डब्लू. बी. यीट्स की कविताओं पर शोध कर पीएच. डी. पूरी की। 

            1926 में 19 वर्ष की उम्र में उनका विवाह श्यामा बच्चन से हुआ जो उस समय 14 वर्ष की थीं। लेकिन 1936 में श्यामा की टी.बी. के कारण मृत्यु हो गई। पाँच साल बाद 1941 में बच्चन ने एक पंजाबन तेजी सूरी से विवाह किया जो रंगमंच तथा गायन से जुड़ी हुई थी। इसी समय उन्होंने 'नीड़ का पुननिर्माण' जैसी कविताओं की रचना की। तेजी बच्चन से अमिताभ तथा अजिताभ दो पुत्र हुए। अमिताभ बच्चन एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं। तेजी बच्चन ने हरिवंश राय बच्चन द्वारा शेक्सपियर के अनूदित कई नाटकों में अभिनय का काम किया है। 

Harivanshray bachchan ka jivan-parichay prastut kare?

2. हरिवंश राय बच्चन की साहित्यिक कृतियों का उल्लेख करें। 

उत्तर - हरिवंश राय बच्चन की साहित्यिक कृतियाँ 

कविता संग्रह विविध 
1. तेरा हार (1929),1. बचपन के साथ क्षण भर (1934),
2. मधुशाला (1935), 2. खय्याम की मधुशाला (1938),
3. मधुबाला (1936), 3. सोपान (1953),
4. मधुकलश (1937), 4. मैकबेथ (1957),
5. निशा निमंत्रण (1938), 5. जनगीता (1958),
6. एकांत संगीत (1939), 6. ओथेलो (1959),
7. आकुल अंतर् (1943), 7. उमर खय्याम की रुबाइयाँ (1959),
8. संरंगिनी (1945), 8. कवियों के सौम्य संत: पंत (1960),
9. हलाहल (1946), 9. आज के लोकप्रिय हिंदी कवि : सुमित्रानंदन पंत (1960),
10. बंगाल का काव्य (1946), 10. आधुनिक कवि (1961),
11. खादी के फूल (1948), 11. नेहरू : राजनैतिक जीवनचित्र (1961),
12. सूत की माला (1948), 12. नये पुराने झरोखे (1962),
13. मिलन यामिनी (1950), 13. अभिनव सोपान (1964)
14. प्रणय पत्रिका (1955), 14. चौसठ रूसी कविताएँ (1964),
15. धार के इधर उधर (1957), 15. नागर गीत (1966),
16. आरती और अंगारे (1958), 16. बचपन के लोकप्रिय गीत (1967),
17. बुद्ध और नाचघर (1958), 17. डब्लू. बी. यीट्स एन्ड औकल्टीज़्म (1968),
18. त्रिभंगिमा (1961), 18. मरकट द्वीप का स्वर (1968),
19. चार खेमे चौंसठ खूँटे (1962), 19. हैमलेट (1969),
20. दो चट्टाने (1965), 20. भाषा अपनी भाव पराये (1970),
21. बहुत दिन बीते (1967), 21. पंत के सौ पत्र (1970),
22. कटती प्रतिमाओं की आवाज (1968), 22. प्रवास की डायरी (1971),
23. उभरते प्रतिमानों के रूप (1969), 23. किंग लियर (1972),
24. जाल समेटा (1973), 24. टूटी छूटी कड़ियाँ (1973)
आत्मकथा 25. गोलंबर 
1. क्या भूलूँ क्या याद करूँ (1969), 26. मेरी कविताई की आधि सदी (1981)
2. नीड़ का निर्माण फिर (1970), 27. सोहं हंस (1981)
3. बसेरे से दूर (1977), 28. आठवें दशक की दशक की प्रतिनिधि श्रेष्ठ कवितायें (1982),
4. दशद्वार से सोपान तक (1985) 29. मेरी श्रेष्ठ कविताएँ (1984),
30. आ रही रवि की सवारी। 

3. हरिवंशराय 'बच्चन' को प्राप्त हुए सम्मानों का वर्णन करें। 

उत्तर - उनकी कृति दो चट्टाने को 1968 में हिंदी कविता का साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसी वर्ष उन्हें सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार तथा एफ्रो एशियाई सम्मलेन के कमल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। बिड़ला फाउण्डेशन ने उनकी आत्मकथा के लिये उन्हें सरस्वती सम्मान दिया था। बच्चन को भारत सरकार द्वारा 1976 में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। 

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