1. छायावादी काव्य में किस प्रकार के भावों की अभिव्यक्ति हुई है ?
उत्तर -
छायावादी काव्य में दुःख और वेदना भावों की अभिव्यक्ति हुई है। महादेवी वर्मा तो वेदना की ही कवयित्री के रूप में जानी जाती हैं। वे अपने वेदना विह्वल हृदल की तुलना 'मेघखण्ड' से करती हुई कहती हैं-
"मैं नीर भरी दुःख की बदली
विस्तृत नभ का कोई कोना
मेरा न कभी अपना होना
परिचय इतना इतिहास यही
उमड़ी कल थी मिट आज चली।।"
-महादेवी वर्मा
Chaayawadi kavya me kis prkar ke bhav abhivyakt huye hai
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