आदिकाल एवं पूर्वमध्यकाल
इकाई -4. सूफी प्रेमाख्यानक काव्य - प्रवित्तियाँ, प्रेमाख्यानक परम्परा और हिंदी में उसका विकास।
रामभक्ति काव्य, कृष्ण भक्ति काव्य, सामान्य प्रवित्तियाँ और दार्शनिक विचार धाराएँ, उपलब्धियाँ।
प्रश्न-उत्तर के लिंक शायद आपकी कुछ मदद हो सके निचे सारे प्रश्नों के लिंक दिए गए हैं जिसे क्लिक करके आप उनके उत्तरों को देख सकते हैं-
• लघु उत्तरीय प्रश्न
- 'सूफी' शब्द की व्युत्पत्ति पर प्रकाश डालिए।
- सूफी कवि कुतुबन द्वारा रचित 'मृगावती' का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
- सूफी कवि मंझन कृत 'मधुमालती' का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत कीजिए।
- जायसी के 'पद्मावत' का परिचय प्रस्तुत कीजिए।
- 'सूफी' शब्द की व्युत्पत्ति तथा स्रोत स्पष्ट करें।
- सूफी मत के भारत में प्रचार-प्रसार पर टिप्पणी लिखें।
- सूफी मत की मान्यताएं स्पष्ट करें।
- सूफी काव्य की प्रमुख प्रवृतियों को लिखे।
• दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
- कृष्ण काव्यधारा की प्रमुख विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए।
- राम काव्य की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
- भक्तिकाल की सांस्कृतिक चेतना पर लेख लिखिए।
- सूफी काव्यधारा पर एक परिचयात्मक लेख लिखिए।
- राम-काव्य-धारा के प्रमुख कवियों को संक्षिप्त परिचय दीजिये।
- कृष्ण काव्य-धारा का परिचय देते हुए इसकी प्रमुख प्रवृत्तियों पर प्रकाश डालिए।
- अष्टछाप क्या है? इसके अंतर्गत आने वाले कवियों एवं उनकी कविता का परिचय दीजिये।
- सूर-काव्य की विशेषताओं का उद्घाटन करते हुए सिद्ध कीजिए कि सूर कृष्ण-भक्ति परम्परा के श्रेष्ठतम कवि है।
- सूफी काव्य की प्रवृतियों पर एक लेख लिखें।
- सूफी काव्यधारा के प्रमुख कवियों पर सविस्तार एक लेख लिखें।
- सन्त काव्य एवं सूफी काव्य में समानताएँ एवं असमानताएँ स्पष्ट करें।
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