पृथ्वीराज रासो का सामान्य परिचय दीजिए

एम. ए. हिंदी साहित्य ( प्रथम सेमेस्टर ) प्राचीन एवं मध्यकालीन काव्य (द्वितीय प्रश्न-पत्र) इकाई-1. चन्दबरदायी : पृथ्वीराज रासो (पद्मावती समय) लघु उत्तरीय प्रश्न -  प्रश्न 3. पृथ्वीराज रासो का सामान्…

प‌द्मावती समय का काव्यगत सौन्दर्य बताइए।

एम. ए. हिंदी साहित्य ( प्रथम सेमेस्टर ) प्राचीन एवं मध्यकालीन काव्य (द्वितीय प्रश्न-पत्र) इकाई-1. चन्दबरदायी : पृथ्वीराज रासो (पद्मावती समय) लघु उत्तरीय प्रश्न -  प्रश्न 2. प‌द्मावती समय का काव्यगत स…

पृथ्वीराज रासो की प्रामाणिकता पर प्रकाश डालिए।

एम. ए. हिंदी साहित्य ( प्रथम सेमेस्टर ) प्राचीन एवं मध्यकालीन काव्य (द्वितीय प्रश्न-पत्र) इकाई-1. चन्दबरदायी : पृथ्वीराज रासो (पद्मावती समय) लघु उत्तरीय प्रश्न -  प्रश्न 1. पृथ्वीराज रासो की प्रामाणि…

उलटबांसी किसकी रचना है?

उलटबांसी मुख्य रूप से कबीरदास की रचनाओं में मिलने वाला एक अलंकार है कह सकते हैं कि विचार प्रस्तुत करने का एक अनूठा तरीका है।   क्या होती है उलटबांसी?  उलटबांसी में कबीरदास जी सामान्य बातों को उलट-पलट…

कबीर के प्रथम पद में कौन सा रस है?

कबीर के प्रथम पद में कौन सा रस है, यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका सीधा उत्तर देना थोड़ा मुश्किल है।   क्योंकि:  ◆ कबीर दास की कविता में विभिन्न रसों का सम्मिश्रण होता है।  ◆ प्रथम पद कौन सा है, इस पर वि…

कबीर की उलटबांसी अर्थ सहित?

कबीर की उलटबांसी कबीर दास की उलटबांसियां उनकी कविता की सबसे अनूठी विशेषताओं में से एक हैं। ये ऐसे वाक्य होते हैं, जिनमें शब्दों का सीधा अर्थ उलटा होता हुआ प्रतीत होता है। ये वाक्य गहरे दार्शनिक अर्थो…

कबीर दास किस रस के कवि हैं?

कबीर दास मुख्यतः श्रृंगार रस से हटकर अन्य रसों के कवि माने जाते हैं।  कबीर दास की कविता में मुख्य रूप से शांत, वीर और भक्ति रस की झलक मिलती है।  ◆ शांत रस: कबीर दास ने अपने दोहों में जीवन की निरर्थक…

शैली विज्ञान के स्वरूप का निर्धारण करते हुए उसकी विशेषताओं का उल्लेख कीजिए

शैली विज्ञान के स्वरों का निर्धारण करते हुए उसकी विशेषताओं का उल्लेख कीजिए शैली विज्ञान साहित्य में अनेक प्रकार के आलोचना पद्धति विकसित हुए हैं जिनमें सिद्धांत और प्रभाव दोनों का सम्मिश्रण रहा है। इस…