आपका स्वागत है मेरे ब्लॉग में आज मैं आपके लिए लेकर आया हूँ छत्तीसगढ़ी विलोम शब्द को जिसमें मैंने इन शब्दों का हिन्दी अर्थ भी बताया है तो चलिए शुरू करते हैं। जिस शब्द से किसी दूसरे शब्द के विपरीत अर्थ का धोत्तक हो , उसे विलोम शब्द कहते हैं विलोम शब्द को विपरार्थी , प्रतिलोमार्थी एवं विरूद्धार्थी शब्द कहते हैं।
सुरता का विलोम शब्द - भूल।
छत्तीसगढ़ी संज्ञा शब्दों के विलोम शब्द
कुकरा (मुर्गा) - कुकरी (मुर्गी)
गोसई (पति,स्वामी) - गोसईन (पत्नी,स्वामिनी)
ठाकुर - ठकुराइन
बछरू (गाय का नर बच्चा) - बछिया ( गाय का मादा बच्चा)
भइसा (भैंसा) - भइसी (भैंस)
लिंग के आधार पर -
मरद (पुरुष) - तिरिया (स्त्री)
बइला (बैल) - गइया / गाय (गाय)
बबा (दादा) - दाई (दादी)
कुकुर (कुत्ता) - कुतनिन (कुतिया)
बाबू (लड़का) - नोनी (लड़की)
chhattisgarhi vilom shabda |
छत्तीसगढ़ी स्वतंत्र शब्द
अपन (अपना) - बिरान (पराया)
अम्मट (खट्टा) - मीठ (मीठा)
कमी (कम) - बेसी (अधिक)
जुन्ना (पुराना) - नवाँ (नया)
झुक्खा (सूखा) - गिल्ला (गीला)
संझा (संध्या) - बिहिनियाँ (प्रातः)
मोंटठ (मोटा) - पातर (पतला)
निमारना (छांटना) - मिंझारना (मिलाना)
उठना (उठना) - बइठना (बैइना)
उज्जर (स्वच्छ) - मइलहा (गंदा)
ओग्गर (गोरा) - सांवर (सांवला)
गोरिया - करिया
जुन्ना (पुराना) - नवां (नया)
नरक (नर्क) - सरग (स्वर्ग)
लक्ठा (निकट) - दुरिहा (दूर)
न्यूनार्थक या ऊनार्थक शब्द द्वारा -
जिससे किसी वस्तु की लघुता का ज्ञान हो उसे ऊनार्थक या न्यूनार्थक शब्द कहते हैं। न्यूनार्थक शब्द भी आकारवाची विलोमार्थक शब्द होते हैं। जैसे -
अंगेठा - अंगेठी (जलती हुई पतली लकड़ी)
आरा - आरी (लकड़ी चिरने का एक औजार)
कंसा - कंसी (धान की बाली का छोटा-छोटा टुकड़ा)
कटोरा - कटोरी (एक छोटा पात्र)
कुरचा - कुरचुल (लकड़ी,लोहा,काँच आदि का टुकड़ा)
खटिया - माँची (छोटी खाट)
खाँचा - खंचकुल (छोटा गड्ढा)
खूँटा - खूँटी (कील)
खेकसा - खेकसी (सब्जी के काम आने वाला एक फल)
गट्ठा - गठरी (गठ्ठर)
गाड़ा - गाड़ी (बैलों द्वारा खींची जाने वाली गाड़ी)
गैता - गैती (कुदाली)
गोरसा - गोरसी (मिट्टी का बना कटोरानुमा पात्र)
चरखा - चरखी (तकली)
टुकना - टुकनी (टोकरी)
चँवरा - चँवरी (चबूतरा)
जाँता - जतली (चक्की)
डोर - डोरी (रस्सी)
ढोरगा - ढोरगी (प्राकृतिक रूप से बनी नाली)
हँसिया - हँसली (छोटा हँसिया)
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