Showing posts with the label साहित्य के सिद्धांत तथा आलोचना शास्त्र

टी. एस. इलियट की मान्यता के अनुसार कविता में वस्तुनिष्ठ समीकरण को स्पष्ट कीजिए।

प्रश्न 4. टी. एस. इलियट की मान्यता के अनुसार कविता में वस्तुनिष्ठ समीकरण को स्पष्ट कीजिए।  उत्तर- टी. एस. इलियट ने अपनी आलोचनात्मक सिद्धांतों में विशेष रूप से दो बातें कहीं हैं - निवैयिक्तक प्रज्ञा औ…

टी. एस. इलियट के निर्वैयक्तिकता के सिद्धांत पर प्रकाश डालिए।

प्रश्न 3. टी. एस. इलियट के निर्वैयक्तिकता के सिद्धांत पर प्रकाश डालिए। उत्तर - निर्वैयक्तिकता के सिद्धांत को अंग्रेजी में 'इम्पर्सनल थ्योरी ऑफ पोयट्री' कहा जाता है। इलियट टी. ई. ह्यूम और एजर…

टी. एस. इलियट के अनुसार परम्परा की परिकल्पना और वैयक्तिक प्रज्ञा का परिचय दीजिए।

प्रश्न 2. टी. एस. इलियट के अनुसार परम्परा की परिकल्पना और वैयक्तिक प्रज्ञा का परिचय दीजिए।  उत्तर- इलियट ने अपने एक निबन्ध में स्वच्छन्दतावादियों के वैयक्तिक काव्य सिद्धांत का विरोध करते हुए उसे अस्व…

मैथ्यू आर्नोल्ड के अनुसार आलोचना का स्वरूप निश्चित करके प्रकार्य का परिचय दीजिए।

प्रश्न 1. मैथ्यू आर्नोल्ड के अनुसार आलोचना का स्वरूप निश्चित करके प्रकार्य का परिचय दीजिए।  उत्तर - मैथ्यू आर्नोल्ड साहित्य को जीव की आलोचना मानता है। उसके अनुसार साहित्य की समस्यायें मानव जीवन की सम…

कॉलरिज के कल्पना सिद्धांत का परिचय दीजिए।

प्रश्न 5. कॉलरिज के कल्पना सिद्धांत का परिचय दीजिए।  उत्तर - कॉलरिज यह स्वीकार करता है कि कल्पना निम्नलिखित दो प्रकार की होती है -       (क) आद्य कल्पना - इसे अंग्रेजी में 'प्राइमरी इमेजीनेशन'…

लौंजाइनस के अनुसार उदात्त की अवधारणा पर प्रकाश डालिए।

प्रश्न 4. लौंजाइनस के अनुसार उदात्त की अवधारणा पर प्रकाश डालिए।  उत्तर - लौंजाइनस से पहले काव्य को दो रूपों में आंका जाता था - शिक्षा प्रदान करने में सक्षम और आनन्द प्रदान करने वाला। काव्य का भाव तत्…

अरस्तू के त्रासदी विवेचन का परिचय दीजिए।

प्रश्न 3. अरस्तू के त्रासदी विवेचन का परिचय दीजिए। उत्तर- संस्कृत के आचार्यों ने काव्य की अपेक्षा नाटक को रमणीय माना है। इसका कारण उसका अभिनय है। भारतीय मान्यता के अनुसार सभी नाटक सुखान्त होने चाहिए…

अरस्तू के अनुकरण सिद्धांत का परिचय दीजिए।

प्रश्न 2. अरस्तू के अनुकरण सिद्धांत का परिचय दीजिए। उत्तर - अरस्तू के काव्य-सम्बन्धी दो सिद्धांत हैं - अनुकरण सिद्धांत और विरेचन सिद्धांत। अरस्तू के अनुकरण सिद्धान्त का परिचय निम्न प्रकार है - अनुक…