छत्तीसगढ़ में ऐसे तो बहुत से कॉलेज हैं , लेकिन महासमुंद शासकीय महाविद्यालय की बात करें तो ये बागबाहरा कॉलेज से जुड़ा हुआ कह सकते हैं क्योंकि मैंने महासमुंद कॉलेज का विवरणिका पढ़ा है और उसमें बताये अनुसार मैं आपको बता रहा हूँ। आज के व्यस्त युग हर किसी के पास समय नहीं होता की वो किसी का विवरणिका पढ़े इसीलिए मैंने सोचा की चलो कुछ अपने क्षेत्र के कॉलेज के बारे में लिखा जाये।
महासमुंद स्थित शासकीय महाविद्यालय
दोस्तों मैंने जो कॉलेज के बारे में पढ़ा था उसी के बारे में आपसे चर्चा कर रहा हूँ। सबसे पहली बात जब किसी चीज की होती तो उसकी शुरुआत कैसे हुई इसके बारे में बताया जाता है। इस कॉलेज का शुभारम्भ सन्1965 को की गयी। इसको शुरुआत करने में सहयोग बागबाहरा शिक्षा समिति की ओर से की गयी।
पहले यह महाविद्यालय निजी थी लेकिन इसको बाद में शासन के अधीन कर दिया गया। इसको 1 सितम्बर 1981 को शासन के अधीन किया गया। शासन के हाँथ में सौपने के बाद इस महाविद्यालय के विकास के नए सोपान का प्राम्भ हुआ। इस महा विद्यालय में निम्न विषयों का सञ्चालन होता है। जिनमें से रसायन को मैं महत्वपूर्ण मानता हूँ
क्योंकि आज इस कम्पीटीशन के जमाने आप जब भी बाहरी लोगों से बाते करते होंगे तो सुना होगा की सबसे ज्यादा रसायन विषय को कठिन माना जाता है लेकिन में मानता हूँ की विषय को कठिन ना कहकर उसके बारे में समझना चाहिए , मैं इसलिए ऐसा कह रहा हूँ क्योंकि मैंने भी विज्ञान विषय लेकर पढ़ाई किया है तथा अभी मैं कॉलेज की ही पढ़ाई कर रहा हूँ। इस कॉलेज में इस विषय के अलावा अन्य विषयों में कला, वाणिज्य एवं विज्ञान में स्नातक के साथ हिन्दी, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, इतिहास , अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, वाणिज्य एवं रसायन शास्त्र में स्नातकोत्तर स्तर की अध्यापन व्यवस्था यानी की पढ़ने की सुविधा उपलब्ध है। यह एक मान्यता प्राप्त शोध केंद्र है तथा महासमुंद जिले का एक मात्र कॉलेज है।
यहां पर स्ववित्तीय योजना के अंतर्गत P.G.D.C.A./D.C.A. का अध्यापन कार्य किया जाता है। जो की काफी पहले या विगत वर्षों से प्रारम्भ हो चुका है। और कम्प्यूटर शिक्षा को देखते हुए यहां पर समस्त छात्र छात्राओं के लिए कम्प्यूटर शिक्षा की व्यवस्था की बात इस विवरणिका मे बताई गयी थी जिसे मैंने पढ़ा था लेकिन ये कन्फर्म नही है की ये स्टार्ट हो गया है या नही।
यहां पर विद्यार्थियों के विकास के लिए या कहें बहुमुखी विकास के लिए विभिन्न प्रकार की खेलकूद तथा NCC एवं NSS की बालक बालिका इकाई की गतिविधियाँ , युथ रेडक्रास का गठन , सांस्कृतीक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। यहां पर पैकिंग तथा बढ़िया प्लेशमेंट है। यहां पर विशाल सभागार तथा ग्रन्थालय की सुविधा भी उपलब्ध है।
इस महाविद्यालय के लक्ष्य की बात करें तो ये बताते हैं या इन्होंने लिखा है की
1. अध्ययनरत छात्र/छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु पर्याप्त अवसर प्रदान करना।
2. चारित्रिक, शारीरिक एवं बौद्धिक विकास हेतु समुचित अवसर प्रदान करना।
3. छात्र-छात्राओं में सामाजिक संवेदनशीलता जागृत करना।
4. समाज के लिए एक आदर्श नागरिक के रूप में तैयार करना।
उम्मीद है आपको ये जानकरियाँ पसन्द आयी होंगी लेकिन इसमें कुछ भी त्रुटि हो तथा कुछ भी गलती हो तो कमेंट करके बताएं मैं भरपूर कोशिश करूँगा कमी को दूर करने की।
आपको देखना चाहिए महासमुंद में और क्या है -
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